Tuesday, May 7, 2019

सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम [CRE]

Continuing  Rehabilitation Education Program


 सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम


सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा एक 3-5 दिनों के लिए चलाया जाने वाला कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत समस्थ विशेष शिक्षा प्रशिक्षित शिक्षक भाग ले सकते हैं इसका उद्देश्य समस्त विशेष शिक्षकों को नई शिक्षा से जोड़ना है। इस कार्यक्रम को संचालित करने के लिए विशेष शिक्षा से संबंधित विशेष अधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है। इस कार्यक्रम के पूरा होने के उपरान्त विशेष शिक्षकों को कुछ अंक दिए जाते है। और CRE प्रमाण पत्र दिया जाता है।

सतत शिक्षा कार्यक्रम' को साक्षरता अभियान के तीसरे चरण के रूप में बुनियादी साक्षरता और प्राथमिक शिक्षा प्राप्‍‍त कर चुके सभी व्‍यक्‍त‌ियों को आजीवन शिक्षा के लिए अवसर प्रदान करने के माध्यम के रूप में चलाया जाता है। सामान्यत: ' सतत शिक्षा कार्यक्रमों को उन सभी नवसाक्षरों, जिन्‍होंने संपूर्ण साक्षरता अभियान अथवा उत्तर साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यात्‍मक साक्षरता/उत्तर साक्षरता पूरी कर ली हो, को केंद्रित किया जाता है। नवसाक्षरों के अतिरिक्‍त यह कार्यक्रम उन सभी व्‍‍यक्‍त‌ियों के लिए भी है, जिन्होंने अनेक कारणों से शिक्षा पूरी नहीं की तथा कुछ कक्षाओं में पढ़कर बीच में ही शिक्षा छोड़ दी। यह कार्यक्रम समुदाय के उन सभी व्‍यक्‍त‌ियों की जरूरतें भी पूरी करता है, जो आजीवन शिक्षा में रुचि रखते हों। सतत शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्र में छूट गए निरक्षरों को साक्षर बनाने की प्रक्रिया पर निरंतर बल दिया जाता है। निरक्षरों को साक्षर बनाने की प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी जब तक क्षेत्र विशेष में सभी सामान्य निरक्षर व्यक्‍ति, विशेष रूप से पंद्रह से पैंतीस वर्ष तक की आयु वर्ग के, साक्षर न हो जाएँ।



 सतत पुनर्वास शिक्षा का उद्देश्य निम्न प्रकार से है

1. बुनियादी साक्षरता और प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर चुके सभी व्यक्तियों को आजीवन शिक्षा के लिए अवसर प्रदान करना।

 2. सतत शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्र में छूट गए निरक्षरों को साक्षर बनाने की प्रक्रिया पर निरंतर बल देता है।

3. नया ज्ञान का अर्जन जैसे विशेष शिक्षा में क्या - क्या चेंजेज किए गए हैं।

4. शिक्षा में नया ज्ञान और विशेष चेजो की जानकारी के लिए।

5. विशेष शिक्षा में किए गए नया पाठयक्रमों की जानकारी के लिए।

6. समय - समय पर  शिक्षा में किए गए नई परिवर्तनों से जोड़ना।

7. वर्तमान शिक्षा की नई तकनीकियों से जोड़ना।

8. नई शिक्षा में किए गए संशोधनों से अवगत कराना आदि।





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