सीआरई का अर्थ होता है "निरंतर पुनर्वास शिक्षा" (Continuing Rehabilitation Education) | यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो पुनर्वास क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों को अपने ज्ञान और कौशल को अपडेट करने में मदद करता है | यह कार्यक्रम पुनर्वास परिषद (Rehabilitation Council of India - RCI) द्वारा मान्यता प्राप्त है और इसमें विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण शामिल हो सकता है, जैसे कि व्यवसायिक रियल एस्टेट, रियल एस्टेट निवेश, और रियल एस्टेट प्रौद्योगिकी.
सीआरई कार्यक्रम के उद्देश्य:
1. ज्ञान अपडेट करना:
सीआरई कार्यक्रम पेशेवरों को अपने ज्ञान और कौशल को अपडेट करने और बढ़ाने में मदद करता है.
2. नए कौशल विकसित करना:
यह कार्यक्रम उन्हें नए कौशल विकसित करने में भी मदद करता है, जो उन्हें पुनर्वास क्षेत्र में अधिक प्रभावी ढंग से काम करने में सक्षम बनाता है.
3. व्यावसायिक विकास:
यह कार्यक्रम पेशेवरों को उनके पेशेवर विकास में भी मदद करता है, जिससे वे अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं.
4. पुनर्वास क्षेत्र में सुधार:
सीआरई कार्यक्रम पुनर्वास क्षेत्र में सुधार करने में भी मदद करता है, जिससे सेवाएँ बेहतर और अधिक प्रभावी हो सकती हैं.
सीआरई कार्यक्रम में शामिल गतिविधियां:
कार्यशालाएं:
सीआरई कार्यक्रम में अक्सर विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं.
सम्मेलन:
पेशेवर सीआरई कार्यक्रम के दौरान सम्मेलन में भाग लेते हैं, जहां वे अन्य पेशेवरों के साथ अपने विचारों और अनुभवों का आदान-प्रदान करते हैं.
पाठ्यक्रम:
सीआरई कार्यक्रम में कई पाठ्यक्रम शामिल हो सकते हैं, जो विभिन्न विषयों पर ज्ञान प्रदान करते हैं.
सीआरई कार्यक्रम क्यों महत्वपूर्ण है?
पुनर्वास क्षेत्र में निरंतर सुधार:
सीआरई कार्यक्रम पुनर्वास क्षेत्र में निरंतर सुधार करने में मदद करता है, जिससे सेवाएँ बेहतर और अधिक प्रभावी हो सकती हैं.
पेशेवरों को अपडेट रखना:
यह कार्यक्रम पेशेवरों को नवीनतम ज्ञान और कौशल के साथ अपडेट रखता है, जिससे वे अपनी सेवाओं को और बेहतर बना सकते हैं.
व्यावसायिक विकास:
यह कार्यक्रम पेशेवरों के लिए पेशेवर विकास के अवसर प्रदान करता है, जिससे वे अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं.
सीआरई कार्यक्रम का महत्व:
सीआरई कार्यक्रम पुनर्वास क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पेशेवरों को अपने ज्ञान और कौशल को अपडेट करने और बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वे अपनी सेवाओं को बेहतर बना सकते हैं और पुनर्वास क्षेत्र में सुधार कर सकते हैं. के व्याख्यान के लिए 20 अंक
* केवल आर.सी.आई. की पूर्व स्वीकृति से
$ प्रति सम्मेलन अधिकतम 50 अंक के अधीन
** प्रत्येक पेपर के लिए 15 अंक, अधिकतम 30 अंक
*** प्रति पोस्टर 10 अंक, अधिकतम 20 अंक
@ प्रति व्याख्यान 10 अंक, प्रति कार्यशाला अधिकतम 30 अंक
# विकलांगता के क्षेत्र से संबंधित परियोजना। परियोजना के पूरा होने के बाद अंक दिए जाएंगे
+ 10 अंक प्रतिदिन केवल पूर्वोत्तर राज्यों के प्रतिभागियों के लिए। पूर्व स्वीकृति से
$ प्रति सम्मेलन अधिकतम 50 अंक के अधीन
** प्रत्येक पेपर के लिए 15 अंक, अधिकतम 30 अंक
*** प्रति पोस्टर 10 अंक, अधिकतम 20 अंक
@ प्रति व्याख्यान 10 अंक, प्रति कार्यशाला अधिकतम 30 अंक
# विकलांगता के क्षेत्र से संबंधित परियोजना। परियोजना के पूरा होने के बाद अंक दिए जाएंगे
+ 10 अंक प्रतिदिन केवल पूर्वोत्तर राज्यों के प्रतिभागियों के लिए।
धन्यवाद
*प्रकाश गोस्वामी-स्पेशल एजुकेटर*
**प्रदेश सचिव* :- नासेर्प, उत्तराखंड.
&
**सलाहकार* :- विशेष शिक्षक प्रशिकक्षु एसोसिएशन उत्तराखण्ड.
&
**कुमाऊँ संयोजक* :- हेल्प फाउंडेशन उत्तराखंड.
&
**ब्लॉक प्रभारी* :- देवभूमि जनसेवा संस्था बागेश्वर उत्तराखंड.
&
**जिला मीडिया प्रभारी* :- ओबीसी मोर्चा बागेश्वर, भारतीय जनता पार्टी जनपद बागेश्वर.
🪀📞9690663544 / 7253994805